जब कभी मस्तिष्क में छिड़ जाता है भीषण संग्राम, तब धैर्य, संयम, साहस रखना मनुष्य का है जब कभी मस्तिष्क में छिड़ जाता है भीषण संग्राम, तब धैर्य, संयम, साहस रखना...
डरो दूसरों के साथ गलत करने से और डरो ख़ुद को धोखा देने से..! डरो दूसरों के साथ गलत करने से और डरो ख़ुद को धोखा देने से..!
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,
फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं। फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं।
दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह। एक छू दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह...
हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है, हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है,